Friday, July 1, 2011

हिंदी मराठी कविता आणि दुसरे कांही.

जीवन हे आतिशय क्षीण आहे त्याचा आपण गांभीर्याने विचार केला पाहिजे. 


छोटीशी कविता By AR!F


प्रेम पत्र लिहताना सुरवात कशी करावी?
अंधुक अक्षराने... थोड्या परिचयाने... व शांसक मनाने लिहित आहे, 
रागावणार तर नाहीस ना!! 
          प्राण प्रिये...

अर्चना,
लव्ह लेटर पाठवण्यास कारण, की मला तू खूप आवडते. तू पण माझ्याकडं सारखी बघत असतेस. म्हणून मला वाटतयं, मी पण तुला आवडतो. मी जर तुला आवडत असेन, तर मला गणिताच्या पेपरला मदत कर. तू डोक्यात लाल रिबीन लावत नको जाऊ. तुझ्यामागं दाकिनी बसते ना, ती तुझ्या रिबीनवर पेनची शाई सोडते. मला खूप राग येतो. ती माझ्या घराशेजारीच राहते. शाईचा बदला घ्यायचा म्हणून मी त्यांच्या घराची बेल वाजवून पळून जातो. तू 'फेअर अँड लव्हली' लावत जा. आणखी गोरी होशील. तुझ्या शेजारी बसणारी शीतल आणि
सोनाली दोघेही तुझ्यापेक्षा जास्त गो-या आहेत. पण मला नाही आवडत त्या. 

      पत्राचा राग आल्यास मला परत दे. सरांना देऊ नकोस.
                                                          

                                                                                        तुझा प्रियकर 
                                                                                       
देवेंद्र उर्फ देवदास 
----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------


उम्र कि राह पर इन्सान बदल जाता है,
वक्त कि आंधी से जन्हा बदल जाता है|

गलती मेरी नाही खुदा कि कसम,
हुस्न देखकर आदमी का इमान बदल जाता है|

----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

तुझ्या सहवासातले प्रिय क्षण ते,

हृदयात मी साठवायचे तरी किती...

तुझे आस्तित्व मिटत असताना,
हृदयात तुला ठेवायचे तरी किती...

झोळीच हृदयात फाटली असताना,
आठवणीचे ठिगळ लावायचे तरी किती...

प्रितीच निराश झाली असताना,
प्रेमाची आशा ठेवायची तरी किती...

कळीच प्रेमाची सुकली असताना,
फुलण्याची आशा मी ठेवायची तरी किती..........

----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

काळ्या काळ्या केसात उठून दिसेल गजरा....
काळ्या काळ्या केसात उठून दिसेल गजरा....

तू नाही बोललीस......तरी बोलतील तुझ्या नजरा.......

----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------

कोण किसे दिल मे जगह देता हे!!
पेड भी सुखे पत्ते गिरा देता हे...

वाकीफ हे हम दुनिया कि रीवाजोसें!!
मतलब निकाल जाये तो....
हर कोई किसी को ठुकरा देता हे.........
stock photo : little girl crying. Photo of the Jewish memorial in Miami Beach

2 comments: